जैसे दर्द चला जाता है
ऐसे चला गया
उत्साह का एक मौसम
और हमने आराम की साँस ली
की अब थोड़े दिनों तक
हमारी सुबह-शामों की ख़बर
हम नहीं रखेंगे
दूसरे रखेंगे
हम केवल पड़े रहने का सुख
चखेंगे हौले–हल्के
दुःख की तरह तीव्र
उत्साह का मौसम
चला जो गया है!
जैसे दर्द चला जाता है
ऐसे चला गया
उत्साह का एक मौसम
और हमने आराम की साँस ली
की अब थोड़े दिनों तक
हमारी सुबह-शामों की ख़बर
हम नहीं रखेंगे
दूसरे रखेंगे
हम केवल पड़े रहने का सुख
चखेंगे हौले–हल्के
दुःख की तरह तीव्र
उत्साह का मौसम
चला जो गया है!
दाता, लेनेवाला, पावित्र्य, देय वस्तु, देश, और काल – ये छे दान के अंग हैं ।
Donor, taker, recipient, dues, country, and time - these are the six parts of donation.
लोकाः समस्ताः सुखिनो भवन्तु॥
Coded By brahma
2020 - ∞
ॐ