आसमान जैसा दिखता है
वैसा नहीं है
और न धरती
जैसी दिखती है वैसी है
ठीक नहीं कह सकता कोई
वह कैसा है यह कैसी है
मगर फिर भी अंधी आँखों बहरे कानों
हमें सब कुछ देखना-सुनना पड़ता है
ग़लत देखे–सुने में से
बेकाम का ही सही
कुछ चुनना पड़ता है!
आसमान जैसा दिखता है
वैसा नहीं है
और न धरती
जैसी दिखती है वैसी है
ठीक नहीं कह सकता कोई
वह कैसा है यह कैसी है
मगर फिर भी अंधी आँखों बहरे कानों
हमें सब कुछ देखना-सुनना पड़ता है
ग़लत देखे–सुने में से
बेकाम का ही सही
कुछ चुनना पड़ता है!
दाता, लेनेवाला, पावित्र्य, देय वस्तु, देश, और काल – ये छे दान के अंग हैं ।
Donor, taker, recipient, dues, country, and time - these are the six parts of donation.
लोकाः समस्ताः सुखिनो भवन्तु॥
Coded By brahma
2020 - ∞
ॐ