तुही है बहकते हुओं का इशारा,
तुही है सिसकते हुओं का सहारा,
तुही है दुखी दिलजलों का ’हमारा,
तुही भटके भूलों का है धुर का तारा,
जरा सीखचों में ’समा’ सा दिखा जा,
मैं सुध खो चुकूँ, उससे कुछ पहले आ जा।
तुही है बहकते हुओं का इशारा,
तुही है सिसकते हुओं का सहारा,
तुही है दुखी दिलजलों का ’हमारा,
तुही भटके भूलों का है धुर का तारा,
जरा सीखचों में ’समा’ सा दिखा जा,
मैं सुध खो चुकूँ, उससे कुछ पहले आ जा।
दाता, लेनेवाला, पावित्र्य, देय वस्तु, देश, और काल – ये छे दान के अंग हैं ।
Donor, taker, recipient, dues, country, and time - these are the six parts of donation.
लोकाः समस्ताः सुखिनो भवन्तु॥
Coded By brahma
2020 - ∞
ॐ