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काष्ठपाषाणधातूनां कृत्वा भावेन सेवनम् । श्रद्धया च तथा सिद्धिस्तस्य विष्णुप्रसादतः ॥

Change Bhasha

kāṣṭhapāṣāṇadhātūnāṃ kṛtvā bhāvena sevanam | śraddhayā ca tathā siddhistasya viṣṇuprasādataḥ ||

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एक संयमित मन के समान कोई तप नहीं. संतोष के समान कोई सुख नहीं. लोभ के समान कोई रोग नहीं. दया के समान कोई गुण नहीं.

Hindi Translation

There is no austerity equal to a balanced mind, and there is no happiness equal to contentment; there is no disease like covetousness, and no virtue like mercy.

English Translation

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ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः