जिसका सारथि स्वयं ईश्वर हो , उसकी जीत सुनिश्चत है! जिस देवता से हमारे मन का ज़्यादा मेल होता है बहुधा वही देवता हमें अधिक प्रिय होता है ! इस तरह तॊ मुझे श्रीकृष्ण अधिक Read ➜