
Aarti Devi Mahagauri ji ki
Mahagauri is the eighth form among the Navadurga aspects of the Hindu mother goddess Mahadevi. She is worshipped on the eighth day of Navaratri. According to Hinduism, Mahagauri has the power to fulfill all the desires of her devotees. The one who worships the goddess, gets relief from all the sufferings in life.
आरती देवी महागौरी जी की
Change Bhasha
जय महागौरी जगत की माया।जय उमा भवानी जय महामाया॥ हरिद्वार कनखल के पासा।महागौरी तेरा वहा निवास॥ चन्द्रकली और ममता अम्बे।जय शक्ति जय जय माँ जगदम्बे॥ भीमा देवी विमला माता।कौशिक देवी जग विख्यता॥ हिमाचल के घर गौरी रूप तेरा।महाकाली दुर्गा है स्वरूप तेरा॥ सती (सत) हवन कुंड में था जलाया।उसी धुएं ने रूप काली बनाया॥ बना धर्म सिंह जो सवारी में आया।तो शंकर ने त्रिशूल अपना दिखाया॥ तभी माँ ने महागौरी नाम पाया।शरण आनेवाले का संकट मिटाया॥ शनिवार को तेरी पूजा जो करता।माँ बिगड़ा हुआ काम उसका सुधरता॥ भक्त बोलो तो सोच तुम क्या रहे हो।