
Shree Gau Mata Aarti
Thirty-three million demi-gods reside in mother cow (gau mata). Cow is our mother. The atmosphere of a house where there is a cow is very pure. Since all the demi-gods are present in a cow, we do not consider a cow as an ordinary animal; this is part of our culture.
Change Bhasha
आरती श्री गैय्या मैंय्या की, आरती हरनि विश्वब धैय्या की,
अर्थकाम सुद्धर्म प्रदायिनि अविचल अमल मुक्तिपददायिनि,
सुर मानव सौभाग्यविधायिनि, प्यारी पूज्य नंद छैय्या,
अख़िल विश्वौ प्रतिपालिनी माता, मधुर अमिय दुग्धान्न प्रदाता,
रोग शोक संकट परित्राता भवसागर हित दृढ़ नैय्या की,
आयु ओज आरोग्यविकाशिनि, दुख दैन्य दारिद्रय विनाशिनि,
सुष्मा सौख्य समृद्धि प्रकाशिनि, विमल विवेक बुद्धि दैय्या की,
सेवक जो चाहे दुखदाई, सम पय सुधा पियावति माई,
शत्रु मित्र सबको सुखदायी, स्नेह स्वभाव विश्व जैय्या की,