
jago pitama pyara lala
Change Bhasha
जागो पीतम प्यारा लाल तुम जागो बन्सिवाला । तुमसे मेरो मन लाग रह्यो तुम जागो मुरलीवाला ॥ जा०॥ध्रु०॥ बनकी चिडीयां चौं चौं बोले पंछी करे पुकारा । रजनि बित और भोर भयो है गरगर खुल्या कमरा ॥१॥ गरगर गोपी दहि बिलोवे कंकणका ठिमकारा । दहिं दूधका भर्या कटोरा सावर गुडाया डारा ॥ जा०॥२॥ धेनु उठी बनमें चली संग नहीं गोवारा । ग्वाल बाल सब द्वारे ठाडे स्तुति करत अपारा ॥ जा०॥३॥ शिव सनकादिक और ब्रह्मादिक गुन गावे प्रभू तोरा । सूरदास बलिहार चरनपर चरन कमल चित मोरा ॥ जा०॥४॥