
kanaka rati mani pālanau
Change Bhasha
कनक रति मनि पालनौ, गढ्यो काम सुतहार । बिबिध खिलौना भाँति के, गजमुक्ता चहुँधार ॥ जननी उबटि न्हवाइ के, क्रम सों लीन्हे गोद । पौढाए पट पालने, निरखि जननि मन मोद ॥ अति कोमल दिन सात के, अधर चरन कर लाल । सूर श्याम छबि अरुनता, निरखि हरष ब्रज बाल ॥