एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता, लम्बोष्टी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी। वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा, वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयङ्करी॥
Change Bhasha
ekaveṇī japākarṇapūrā nagnā kharāsthitā, lamboṣṭī karṇikākarṇī tailābhyaktaśarīriṇī| vāmapādollasallohalatākaṇṭakabhūṣaṇā, vardhanamūrdhadhvajā kṛṣṇā kālarātrirbhayaṅkarī||
माँ कालरात्रि का वर्ण रात्रि के समान काला है परन्तु वे अंधकार का नाश करने वाली हैं। दुष्टों व राक्षसों का अंत करने वाला माँ दुर्गा का यह रूप देखने में अत्यंत भयंकर लेकिन शुभ फल देता है इसलिए माँ "शुभंकरी" भी कहलाई जाती हैं। माँ कालरात्रि के ब्रह्माण्ड के समान गोल नेत्र हैं। अपनी हर श्वास के साथ माँ की नासिका से अग्नि की ज्वालाएं निकलती रहती हैं। अपने चार हाथों में खड्ग, लोहे का अस्त्र, अभयमुद्रा और वरमुद्रा किये हुए माँ अपने वाहन गर्दभ पर सवार हैं।
Hindi Translation
Goddess Kalaratri complexion is dark black and She rides on a donkey. She is depicted with four hands. Her right hands are in Abhayamudra and Varamudra and She carries a sword and the deadly iron hook in her left hands.
English Translation