इहैव तैर्जित: सर्गो येषां साम्ये स्थितं मन: | निर्दोषं हि समं ब्रह्म तस्माद् ब्रह्मणि ते स्थिता: || 19||
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ihaiva tair jitaḥ sargo yeṣhāṁ sāmye sthitaṁ manaḥ nirdoṣhaṁ hi samaṁ brahma tasmād brahmaṇi te sthitāḥ
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जिनका अन्तःकरण समतामें स्थित है उन्होंने इस जीवितअवस्थामें ही सम्पूर्ण संसारको जीत लिया है क्योंकि ब्रह्म निर्दोष और सम है इसलिये वे ब्रह्ममें ही स्थित हैं।
Hindi Translation
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Those whose minds are established in equality of vision conquer the cycle of birth and death in this very life. They possess the flawless qualities of God, and are therefore seated in the Absolute Truth.
English Translation
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