ॐ सर्व मङ्गल माङ्गल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके। शरण्ये त्र्यम्बके गौरी नारायणि नमोऽस्तु ते॥१॥ सृष्टि स्थिति विनाशानां शक्तिभूते सनातनि!। गुणाश्रये गुणमये नारायणि! नमोऽस्तु ते॥२॥ शरणागत दीनार्त परित्राण परायणे!। सर्वस्यार्तिहरे देवि! नारायणि! नमोऽस्तु ते॥३॥
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oṃ sarva maṅgala māṅgalye śive sarvārtha sādhike। śaraṇye tryambake gaurī nārāyaṇi namo'stu te॥1॥ sṛṣṭi sthiti vināśānāṃ śaktibhūte sanātani!। guṇāśraye guṇamaye nārāyaṇi! namo'stu te॥2॥ śaraṇāgata dīnārta paritrāṇa parāyaṇe!। sarvasyārtihare devi! nārāyaṇi! namo'stu te॥3॥
"O embodiment of all auspiciousness and blessings, O consort of Shiva, who fulfills all desires! We take refuge in you, O three-eyed Goddess Gauri, Narayani, we bow to you."
"O eternal power responsible for creation, preservation, and destruction! The one who embodies all virtues and qualities, Narayani, we bow to you."
"O savior of the distressed and protector of those who seek refuge! O Goddess, remover of all sorrows, Narayani, we bow to you."
English Translation
"हे समस्त मंगलों की देवी, शिव की प्रिया, जो सभी कामनाओं को पूर्ण करती हैं! हम आपको शरणागत होते हैं, तीन नेत्रों वाली गौरी, नारायणी, आपको नमस्कार है।"
"हे सृष्टि, स्थिति और संहार की शक्ति स्वरूपा, सनातन देवी! गुणों की अधिष्ठात्री और गुणमयी नारायणी, आपको नमस्कार है।"
"हे शरणागतों के रक्षक और दीनों के त्राणकर्ता! हे सभी कष्टों को हरने वाली देवी, नारायणी, आपको प्रणाम है।"
Hindi Translation