सन्तोषामृततृप्तानां यत्सुखं शान्तिरेव च । न च तद्धनलुब्धानामितश्चेतश्च धावताम् ॥
Change Bhasha
santoṣāmṛtatṛptānāṃ yatsukhaṃ śāntireva ca | na ca taddhanalubdhānāmitaścetaśca dhāvatām ||
0
The happiness and peace attained by those satisfied by the nectar of spiritual tranquillity is not attained by greedy persons restlessly moving here and there.
English Translation
…
जो सुख और शांति का अनुभव स्वरुप ज्ञान को प्राप्त करने से होता है, वैसा अनुभव जो लोभी लोग धन के लोभ में यहाँ वहा भटकते रहते है उन्हें नहीं होता.
Hindi Translation
…