अकिंचनः कामचारो निर्द्वन्द्वश्छिन्नसंशयः। असक्तः सर्वभावेषु केवलो रमते बुधः॥१८- ८७॥
Change Bhasha
akiṃcanaḥ kāmacāro nirdvandvaśchinnasaṃśayaḥ, asaktaḥ sarvabhāveṣu kevalo ramate budhaḥ
0
ज्ञानी पुरुष संग्रह रहित, स्वच्छंद, निर्द्वन्द्व और संशय रहित होता है । वह किसी भाव में आसक्त नहीं होता । वह तो केवल आनंद से विहार करता है ॥
Hindi Translation
…
The wise man has the joy of being complete in himself and without possessions, acting as he pleases, free from duality and rid of doubts, and without attachment to any creature .
English Translation
…