brah.ma
/shlok/bhrantimatramida-visva-na-ki-ciditi-niscayi/भ्रान्तिमात्रमिदं विश्वं न किंचिदिति निश्चयी। निर्वासनः स्फूर्तिमात्रो न किंचिदिव शाम्यति॥१५- १७॥
Change Bhasha
bhrāntimātramidaṃ viśvaṃ na kiṃciditi niścayī, nirvāsanaḥ sphūrtimātro na kiṃcidiva śāmyati
0
0
यह विश्व केवल भ्रम(स्वप्न की तरह असत्य) है और कुछ भी नहीं, ऐसा निश्चय करो। इच्छा और चेष्टा रहित हुए बिना कोई भी शांति को प्राप्त नहीं होता है॥
Hindi Translation
…
Decide that, this world is unreal like an illusion(or dream) and does not exist at all. Without becoming free from desires and actions, nobody attains peace.
English Translation
…