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बुद्धिपर्यन्तसंसारे मायामात्रं विवर्तते। निर्ममो निरहंकारो निष्कामः शोभते बुधः॥१८- ७३॥

Change Bhasha

buddhiparyantasaṃsāre māyāmātraṃ vivartate, nirmamo nirahaṃkāro niṣkāmaḥ śobhate budhaḥ

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बुद्धि के अंत तक ही संसार है और यह केवल माया का विवर्त है, इस तत्त्व को जानने वाला बुद्धिमान ममता, अहंकार और कामना से रहित होकर शोभित होता है ॥

Hindi Translation

Pure illusion reigns in samsara which will continue until self realisation, but the enlightened man lives in the beauty of freedom from me and mine, from the sense of responsibility and from any attachment.

English Translation

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ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः