कर्मानुष्ठानमज्ञानाद् यथैवोपरमस्तथा। बुध्वा सम्यगिदं तत्त्वं एवमेवाहमास्थितः॥१२- ६॥
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karmānuṣṭhānamajñānād yathaivoparamastathā, budhvā samyagidaṃ tattvaṃ evamevāhamāsthitaḥ
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कर्मों के अनुष्ठान रूपी अज्ञान से निवृत्त होकर और तत्त्व को सम्यक रूप से जान कर मैं अपने स्वरुप में स्थित हूँ ॥
Hindi Translation
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Being aware of the ignorance in performing rituals and knowing the Truth properly, I stay as I am.
English Translation
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