क्व विक्षेपः क्व चैकाग्र्यं क्व निर्बोधः क्व मूढता। क्व हर्षः क्व विषादो वा सर्वदा निष्क्रियस्य मे॥२०- ९॥
Change Bhasha
kva vikṣepaḥ kva caikāgryaṃ kva nirbodhaḥ kva mūḍhatā| kva harṣaḥ kva viṣādo vā sarvadā niṣkriyasya me||20- 9||
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सदा निष्क्रिय मुझमें क्या अन्यमनस्कता है और क्या एकाग्रता, क्या विवेक है और क्या विवेकहीनता, क्या हर्ष है और क्या विषाद॥
Hindi Translation
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There is no distraction or focus, no right discrimination or delusion, no joy or sorrow in always action-less Self.
English Translation
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