न शान्तिं लभते मूढो यतः शमितुमिच्छति। धीरस्तत्त्वं विनिश्चित्य सर्वदा शान्तमानसः॥१८- ३९॥
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na śāntiṃ labhate mūḍho yataḥ śamitumicchati, dhīrastattvaṃ viniścitya sarvadā śāntamānasaḥ
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अज्ञानी शांति नहीं प्राप्त कर सकता क्योंकि वह शांत होने की इच्छा से ग्रस्त है । ज्ञानी पुरुष तत्त्व का दृढ़ निश्चय करके सदैव शांत चित्त ही रहता है ॥
Hindi Translation
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The stupid does not find peace because he is wanting it, while the wise discriminating the truth is always peaceful minded .
English Translation
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