नाश्चर्यमिदं विश्वं न किंचिदिति निश्चयी। निर्वासनः स्फूर्तिमात्रो न किंचिदिव शाम्यति॥११- ८॥
Change Bhasha
nāścaryamidaṃ viśvaṃ na kiṃciditi niścayī, nirvāsanaḥ sphūrtimātro na kiṃcidiva śāmyati
0
अनेक आश्चर्यों से युक्त यह विश्व अस्तित्वहीन है, ऐसा निश्चित रूप से जानने वाला, इच्छा रहित और शुद्ध अस्तित्व हो जाता है । वह अपार शांति को प्राप्त करता है ॥
Hindi Translation
…
This world of many wonders, actually does not exist. One who knows it with definiteness becomes free from desires and attains the form of pure existence. He finds unlimited peace.
English Translation
…