प्रवृत्तौ जायते रागो निर्वृत्तौ द्वेष एव हि। निर्द्वन्द्वो बालवद् धीमान् एवमेव व्यवस्थितः॥१६- ८॥
Change Bhasha
pravṛttau jāyate rāgo nirvṛttau dveṣa eva hi, nirdvandvo bālavad dhīmān evameva vyavasthitaḥ
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प्रवृत्ति से आसक्ति और निवृत्ति से द्वेष उत्पन्न होता है अतः बुद्धिमान, बालक के समान निर्द्वंद्व होकर स्थित रहे ॥
Hindi Translation
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Habit gives rise to attachment and rejection brings aversion. So, an intelligent person should stay indifferent like a child.
English Translation
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