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समस्तं कल्पनामात्र- मात्मा मुक्तः सनातनः। इति विज्ञाय धीरो हि किमभ्यस्यति बालवत्॥१८- ७॥

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samastaṃ kalpanāmātra- mātmā muktaḥ sanātanaḥ, iti vijñāya dhīro hi kimabhyasyati bālavat

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सब कुछ कल्पना मात्र है और आत्मा नित्य मुक्त है, धीर पुरुष इस तथ्य को जान कर फिर बालक के समान क्या अभ्यास करे?

Hindi Translation

Knowing everything as just imagination, and himself as eternally free, how should the wise man behave like a fool ? 

English Translation

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ॐ सर्वे भवन्तु सुखिनः