सन्तुष्टोऽपि न सन्तुष्टः खिन्नोऽपि न च खिद्यते। तस्याश्चर्यदशां तां तादृशा एव जानते॥१८- ५६॥
Change Bhasha
santuṣṭoʼpi na santuṣṭaḥ khinnoʼpi na ca khidyate, tasyāścaryadaśāṃ tāṃ tādṛśā eva jānate
0
लौकिक दृष्टि से प्रसन्न दिखने पर वह प्रसन्न नहीं होता और दुखी दिखने पर दुखी नहीं होता । उसकी उस आश्चर्यमय दशा को उसके समान लोग ही जान सकते हैं ॥
Hindi Translation
…
Even when pleased he is not pleased, not suffering even when in pain. Only those like him can know the wonderful state of such a man .
English Translation
…